tag:blogger.com,1999:blog-8681188957576297805.post6498654710124101967..comments2023-11-19T01:08:52.176+05:30Comments on मेरी कलम - मेरी अभिव्यक्ति: दायराअनिल कान्तhttp://www.blogger.com/profile/12193317881098358725noreply@blogger.comBlogger8125tag:blogger.com,1999:blog-8681188957576297805.post-55923032118224269732011-02-14T22:56:48.880+05:302011-02-14T22:56:48.880+05:30आपके अन्दाज़ से इतर पोस्ट. बढिया है ये भी.आपके अन्दाज़ से इतर पोस्ट. बढिया है ये भी.वन्दना अवस्थी दुबेhttps://www.blogger.com/profile/13048830323802336861noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8681188957576297805.post-9296785579469828372011-02-14T16:30:16.586+05:302011-02-14T16:30:16.586+05:30गाँव के उस सत्य को उकेरा है जो एक बड़ी आबादी...गाँव के उस सत्य को उकेरा है जो एक बड़ी आबादी के सोच से बाहर है. इस सत्य के साथ जीती हुई युवा पीढ़ी का भविष्य ही हमें पतन की गर्त में ले जाएगा . सड़क सिर्फ पास होती है बनती कभी नहीं है.रेखा श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/00465358651648277978noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8681188957576297805.post-88329785829376836952011-02-14T16:30:14.623+05:302011-02-14T16:30:14.623+05:30गाँव के उस सत्य को उकेरा है जो एक बड़ी आबादी...गाँव के उस सत्य को उकेरा है जो एक बड़ी आबादी के सोच से बाहर है. इस सत्य के साथ जीती हुई युवा पीढ़ी का भविष्य ही हमें पतन की गर्त में ले जाएगा . सड़क सिर्फ पास होती है बनती कभी नहीं है.रेखा श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/00465358651648277978noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8681188957576297805.post-19767631709921540072011-02-14T07:54:21.481+05:302011-02-14T07:54:21.481+05:30बडडी सहजता से उक्रा है गाँव का सत्य।बडडी सहजता से उक्रा है गाँव का सत्य।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8681188957576297805.post-34491221313255435632011-02-13T23:16:03.348+05:302011-02-13T23:16:03.348+05:30ना अनिल कान्त झूठ मत बोलो भाई, गाँव कितना तो सुन्...ना अनिल कान्त झूठ मत बोलो भाई, गाँव कितना तो सुन्दर होता है...<br />सरसों के खेत, लाल पीली पगड़ियां, गुलाबी मुट्यारिनें और गिटार बजाता एक अदद शाहरुख़ खान और गन्ने के खेत विच टमाटर के साथ साथ कोक !<br /><b>वे पुरानी कहावत सुनकर खुश रहते थे कि भारत एक कृषि प्रधान देश है .</b><br />Krishi? What does that mean talk about blackberry dude. :-) <br /><br /><b>वैसे किसी आगामी बड़ी कहानी की पूर्वपीठिका लगी मुझे यह...ऐसा क्या?</b><br /><br />इससे सामजिक सौहार्दय बिगड़ने की समस्या खड़ी हो सकती थी ...<br />वाकई रोमांचित करता है पैरा .दर्पण साहhttps://www.blogger.com/profile/14814812908956777870noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8681188957576297805.post-46851862394420240092011-02-13T18:58:48.736+05:302011-02-13T18:58:48.736+05:30सही पोस्ट है इस बार..बदलते माहौल की झलक के संग..गा...सही पोस्ट है इस बार..बदलते माहौल की झलक के संग..गांव की इसी सड़क पर एक बहुत प्रभावी कविता स्वप्निल आतिश की भी पढ़ी थी कुछ वक्त पहले..इसमे यह पैरा खासा व्यंजनात्मक लगा<br /><br />यह एक ऐसी व्यवस्था थी, जिसके अंतर्गत इस बात का ध्यान रखा जाता था कि स्वतंत्र पशु रेंकते हुए कीमती उग आये क्षेत्र में प्रवेश न कर जाएँ और फिर उन्हें लाठियां भांजनी पड़े . अतः वे जीवित रह सकें इतना उस परिधि में रहने दिया जाता था . असंतुष्टि की भावना उत्पन्न होने से मालिकों का बर्बर रूप सामने आने का खतरा था . इससे सामजिक सौहार्दय बिगड़ने की समस्या खड़ी हो सकती थी .<br /><br />वैसे किसी आगामी बड़ी कहानी की पूर्वपीठिका लगी मुझे यह...ऐसा क्या?अपूर्वhttps://www.blogger.com/profile/11519174512849236570noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8681188957576297805.post-189008967803239682011-02-13T14:56:15.120+05:302011-02-13T14:56:15.120+05:30सड़क पक्की होने की घोषणा थी और घोषणा को अमल में ला...सड़क पक्की होने की घोषणा थी और घोषणा को अमल में लाने की घोषणा थी .<br />Aah! Ghoshana ke baad aur ghoshna!<br />Halaat kaafee darawnw lagte hain!Aur aalekh sashakt!kshamahttps://www.blogger.com/profile/14115656986166219821noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8681188957576297805.post-8211809056695903252011-02-13T14:54:28.279+05:302011-02-13T14:54:28.279+05:30आपकी रचनात्मक ,खूबसूरत और भावमयी
प्रस्तुति भी कल...आपकी रचनात्मक ,खूबसूरत और भावमयी<br /> प्रस्तुति भी कल के चर्चा मंच का आकर्षण बनी है<br />कल (14-2-2011) के चर्चा मंच पर अपनी पोस्ट<br /> देखियेगा और अपने विचारों से चर्चामंच पर आकर<br />अवगत कराइयेगा और हमारा हौसला बढाइयेगा।<br />http://charchamanch.uchcharan.comvandana guptahttps://www.blogger.com/profile/00019337362157598975noreply@blogger.com